भारतीय भाषा दिवस
(भारतीय भाषा उत्सव)
11 दिसम्बर
राष्ट्रीय दिक्षा नीदत -2020 िें सुझाया गया है दक िेि के छात्रों को 'एक भारत श्रेष्ठ भारत ' पहल के
अंतगगत ग्रे ड 6-8 िें 'भारत की भाषाएं' (ि लैंग् वेजेज ऑफ़ इंदडया) पर एक िजेिार
पररयोजना/गदतदवदध िें भाग लेने के दलए प्र ोत्सादहत दकया जाए। इस प्र कार की
पररयोजना/गदतदवदध िें, छात्रों को अदधकांिरू प से प्र िुख भारतीय भाषाओं की उल् लेखनीय
एकता के बारे िें जानने िें ििि दिलेगी, दजसके अंतगगत वे सिान ध् वन्यात्िक और वैज्ञादनक रू प
से व् यवदथित वणगिाला और दलदपयों , उनकी सािान् य व् याकरदणक संरचनाओं, संथकृत तिा अन् य
िास्त्रीय भाषा से इनकी िब् िावली के स्र ोत और उद्भ व को ढ ंढने से लेकर इन भाषाओं के सिृद्ध
अंतर-प्र भाव और अंतरों को सिझ सकेंगे। छात्र दवदभन् न क्षेत्रों िें बोली जाने वाली भाषाओं,
जनजातीय भाषाओं की प्र कृदत और संरचना, भारत की हर प्र िुख भाषा िें कुछ पिों व पंदियों तिा प्रत् येक के सिृद्ध और उभरते
सादहत्य के बारे िें भी सीख पाएंगे। इस प्र कार की गदतदवदधयां उन् हें भारत की एकता, सुंिर सांथकृदतक दवरासत तिा इसकी दवदवधता
की भावना से ओतप्रोत करेगी और अपने परे जीवन भर वे भारत के अन्य दहथसों के लोगों से दिलने -जुलने िें सहज िहसस करेंगे।
अपनी िातृभाषा के साि-साि अदधक से अदधक भारतीय भाषाओं को सीखने के दलए अनुकल वातावरण बनाने तिा 'पडोसी
भाषा' के प्र दत प्रे ि और आनंि की अनुभदत के दलए 'भाषाई सौहािग' दवकदसत करने की आवश्यकता है। दकसी अन्य भारतीय भाषा
को सीखना/बोलना एक फैिन/प्रदतष्ठा तिा आनंि का दवषय बनना चादहए।
इसी भावना को ध् यान िें रखते हुए सुब्र िण् यि भारती के जन्ि जयंती 11 दिसंबर को भारतीय भाषा दिवस के रू प िें िनाया जाएगा।
उस दिन 'भारतीय भाषा उत्सव ' का आयोजन दकया जाएगा दजसके दनम्नदलदखत उद्देश्य होंगे :
• छात्रों को भारतीय भाषाओं के बारे िें जानकारी िेना।
• लोगों को कुछ और भारतीय भाषाएं सीखने के दलए प्र ोत् सादहत करना।
• संथकृदत, कला आदि िें दवदवधता का उत् सव िनाने के दलए और लोगों को भारतीय भाषाओं के िाध् यि से राष्ट् रीय
एकता, सद्भ ाव और अखंडता का अनुभव कराना।
• यह दिखाना दक भाषा सीखना कैसे एक िनोरंजक और आनंििायी अनुभव हो सकता है।
• राष्ट्र के दवकास और ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत ’ के लक्ष्य को साकार करने के दलए भारतीय भाषाओं की आवश् यकता को
रेखांदकत करना।
कहााँ और कौन:
• भारतीय भाषा उत्सव को दवश्वदवद्यालयों और िहादवद्यालयों िें आयोदजत दकया जाएगा।
• ये संथिान अपने पडोसी संथिानों /िहादवद्यालयों /दवद्यालयों के छात्रों एवं उनके अदभभावकों को भी उत्सव िें आिंदत्र त कर
सकते हैं।
• इसिें दवदभन् न भाषा संघ, भाषा क् लब , सांथकृदतक/कला/ सादहदत् यक संथिान भी िादिल हो सकते हैं।
• दवदभन्न प्र कार के भाषा ई अनुभव को उत्सव िें िादिल करने के दलए पडोसी कथबों/दजलों/राज्यों के लोगों या संथिाओं को
भी आिंदत्र त दकया जा सकता है।क्
या:
• दवदभन् न भाषाओं िें भाषण, गायन, लेखन आदि जैसी प्र दतयोदगताएं।
• उन छात्रों का अदभनंिन जो बहुत सारी भाषाएं जानते हैं या जो प्र िुख भारतीय भाषाओं की दलदपयों को पढ़ सकते हैं।
• दवदभन् न भाषाओं िें नाटक, कला प्र ििगन , संगीत, भाषाई खेल आदि।
• दवदभन् न भाषाओं को बोलने की आनंििायी अनुभदत कराने वाले थटॉल/काउंटर/पटल।
• दवदभन्न भाषा ई क्षेत्रों से संबंदधत फड कानगर।
• ऐसा पहनावों की प्र ििगनी जो दवदभन् न भाषाई सिुिायों की सांथकृदतक अदभव् यदियों का प्र दतदनदधत् व करते हैं|
• भारत की भाषाई दवदवधता/संपन् नता और "भदवष्ट्य के भारत"/ "एक भारत श्रेष्ठ भारत " के दलए भारतीय भाषाओं के िहत् व को
ििागती प्र ििगनी।
• एक बहुभाषी सिाज के संज्ञ ानात् िक, आदिगक, सािादजक तिा सांथकृदतक लाभ को सिझाने वाले प्र संगों , और ऑनलाइन
संसाधनों व गदतदवदधयों के बारे िें जानकारी प्र िान करना।
• एक प्र ौद्योदगकी ज़ोन बनाना जो ििागए दक लोग नई तकनीकों के साि भाषाएं कैसे सीख सकते हैं।
उत्सव के अपेदक्षत पररणाि:
• यह लोगों िें अपनी िातृभाषा पर िहारत हादसल करने के साि ही अन्य भारतीय भाषाओं को भी सीखने के प्र दत उत्साह को
गदत िेगा।
• यह व् यदियों तिा वृहत सिाज िें बडे थतर पर सांथकृदतक जागरू कता और सिावेिी दचंतन को बढ़ावा िेगा।
• यह भारतीय भाषाओं िें प्र ौद्य ोदगकी के अनुकलन को बढ़ ावा िेगा।
• जीवन के दवदभन्न क्षेत्रों िें अदधक से अदधक भारतीय भाषाओं का उपयोग करने के िैदक्षक , सांथकृदतक और आदिगक लाभों
का पता लगाएगा तिा इससे सम् बंदधत दवििों को उभारेगा।
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